St. Mary's Cathedral, Ranchi

Dr. Camil Bulcke Path, Ranchi-834001, Jharkhand, India

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Because the Lord your God is going with you to fight your enemies for you and to save you. DEUTERONOMY 20:4

क्योंकि प्रभु, तुम्हारा ईश्वर तुम्हारे पक्ष में तुम्हारे शत्रुओं के विरुद्ध लड़ेगा। वही तुम्हें विजय देगा। विधि-विवरण ग्रंथ 20 : 4

Notice

  • 1. 14/10/2023 -
    1. कब्रों की सफाई के दौरान कचड़ा निर्धारित स्थानों में ही फेंके।
    2. कब्रों की मरम्मत के लिए मिट्टी घर से ही अपने साथ लाएँ। कब्र में गड्-सजया खोदकर मिट्टी निकालना सख्त मना है।
    3. कब्र मरम्मत में सीमेंट, ईट और बालू का प्रयोग सख्त मना है।
    4. कब्रों की लम्बाई सा-सजय़े तीन फीट (3.5) एवं चौड़ाई डे-सजय़ फीट (1.5) आकार में रखें।
    5. कब्र में गड्-सजया खोदकर मिट्टी निकालना सख्त मना है।
    6. दूसरों के कब्र की सफाई और लिपाई कर अपना दावा न करें।
    7. कचरा को सिस्टरों के कब्र के नजदीक खाली जगह पर फेकें।
    8. कब्र के सुन्दरीकरण एवं रखरखाव का वार्षिक चन्दा राँची महागिरजाघर के कार्यालय में ही जमा करें और अपना टोकन नम्बर ले लें।

  • 2. 10/10/2023 -

    Click here for the route map of Cardinal’s last journey.


  • 3. 10/10/2023 -

    कार्डिनल की अंतिम यात्रा के रूट मैप के लिए यहां क्लिक करें।


  • 4. 05/10/2023 -

    Click here for information on Cardinal Telesphore P. Toppo’s funeral.


  • 5. 05/10/2023 -

    कार्डिनल तेलेस्फोर पी. टोप्पो के अंतिम संस्कार की जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।


  • 6. 05/10/2023 - कार्डिनल, तेलेस्फोर पी टोप्पो का पार्थिव शरीर मंगलवार दिनांक 10 अक्टूबर 2023 को संत मारिया महागिरजाघर में लाया जाएगा और उसी दिन श्रद्धांजलि हेतु संध्या 3 बजे से रात्रि 8 बजे तक और दूसरे दिन, बुधवार दिनांक 11 अक्टूबर 2023 को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक रखा जाएगा।

    अंतिम संस्कार के लिए मिस्सा पूजा बुधवार दिनांक 11 अक्टूबर 2023 को दोपहर 1 बजे लोयोला ग्राउंड में रखा गया है; जिसके उपरांत उनके पार्थिव शरीर को संत मरिया महागिरजाघर, रांची में दफ़नाया जाएगा।

  • 7. 17/09/2023 - आप को सूचित किया जाता है कि राँची महाधर्मप्रान्त के अन्तर्गत लघु ख्रीस्तीय समुदाय की केन्द्रीय समिति की ओर से एक दिवसिय (BEC) प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

    अतः आपसे निवेदन है कि अपने टोले से चार-छः प्रतिभागियों को प्रशिक्षण हेतू नामांकन अनिवार्य रूप से कराएँ, जो भविष्य में टोले में लघु ख्रीस्तीय समुदाय की अगुवाई करने में समर्थ हों।

    स्थानः- संत जोसेफ कल्ब हॉल में।
    दिनांकः- 02/10/2023
    समयः- 10:00 सुबह से 4:00 शाम
    अपने साथः- बाईबल, नोट बुक एवं पेन आदि लेकर आवें।

                   निवेदकः- फा० जोर्ज मिंज,
                    सभापति BEC

  • 8. 17/09/2023 - आज पल्ली महिला संघ की बैठक अपराहन 2:00 बजे पल्ली परिसर में है सभी माताओं से आग्रह है कि आप सभी अधिक संख्य में भाग लें और अपने विचारों का आदान प्रदान करें।

  • 9. 17/09/2023 - All Churches Committee Ranchi की मासीक प्रार्थना सभा 24 सिताम्बर 2023 को अपराहण 3:30 बजे से 5:30 बजे तक GEL Church, Main Road, Ranchi में होगी। जो इस प्रार्थना सभा में भाग लेना चाहते है तो सभी का हार्दिक स्वागत् है ।

  • 10. 17/09/2023 - जो सिलाई, कटाई, घरेलू नर्स, कंप्यूटर, स्पोकन इंग्लिश निशुल्क आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना चाहते हैं वे पल्ली सूचना पठ से विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं।

  • 11. 17/09/2023 - आने वाला सप्ताह गीत संचालन का जिम्मा

    2रा मिस्सा में - पुरानी राँची
    4था मिस्सा में - अलर्ब्ट कम्पाउण्ड

  • 12. 11/09/2023 - जो माता-पिता अपने बच्चे को संत जेवियरस इंगलिस मेडियम स्कूल डोरंडा, PREP में अडमिशन कराना चाहते हैं वे पल्ली के सूचनापठ से विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं।

  • 13. 10/09/2023 - पल्ली दिवस से संबंधित आम सभा, पल्ली प्रांगण में होगी। समय सुबह 10:30 बजे।

  • 14. 10/09/2023 - से इस वर्ष ढृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने वाले बच्चे-बच्चियों के लिए फोर्म मिलना शूरू होगा। फोर्म के लिए ऑफिस न० 4 में फा० जोर्ज मिंज से मिलें।

  • 15. 07/09/2023 - जो लोग बिना शादी शुदा के रह रहे हैं उनके लिए मरामती शादी की व्यवस्था की जा रही है। जल्द से जल्द पल्ली पुरोहित से मुलाकात करें।

  • 16. 07/09/2023 - फादर कोस्टेंट लीवंस दिवस की तारीख जल्द घोषित की जाएगी।

कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो

कार्डिनल तेलेस्फोप पी टोप्पो का जन्म गुमला, चैनपुर के झाड़गांव में 15 अक्टूबर 1939 को सामान्य मसीही उरांव कृषक परिवार में हुआ था। गांव के स्कूल में प्राथमिक शिक्षा पाने के बाद संत जेवियर्स कॉलेज, रांची से बीए की परीक्षा उत्तीर्ण की। रांची विश्वविद्यालय से इतिहास में एमए किया। संत अल्बर्ट कॉलेज रांची व उरबानियन विश्वविद्यालय, रोम में धर्मशिक्षा ली। तीन मई 1969 को स्विट्जरलैंड के हिम्मलरीड में उनका पुरोहितभिषेक हुआ था। इसके बाद बतौर सहायक शिक्षक तोरपा के सन जोसेफ स्कूल में कार्य शुरू किया। वह लीवंस सेंटर के संस्थापक निदेशक भी बने। 7 अक्टूबर 1978 उन्हें दुमका का बिशप बनाया गया। 7 अगस्त 1985 को रांची महाधर्मप्रांत की जिम्मेवारी मिली। 21 अक्टूबर 2003 को उन्हें कार्डिनल बनाया गया। उन्होंने 33 साल तक रांची के आर्चबिशप के रूप में अपनी सेवा दी। उनका आदर्श वाक्य 'प्रभु का मार्ग तैयार करो' था।
कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो का 4 अक्टूबर को निधन हो गया. वह 83 वर्ष के थे. रांची के बिशप हाउस ने बताया है कि मंगलवार को कार्डिनल की तबीयत अचानक बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें मांडर के लिंवस हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था।

कार्डिनल राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर के इन पदों पर रहे
1. कॉन्फ्रेंस ऑफ़ कैथोलिक बिशप्स ऑफ़ इंडिया (सीसीबीआई)के दो बार अध्यक्ष रहे।
2. वेटिकन के पोटिफिकल काउंसिल फॉर कल्चरल के सदस्य, वेटिकन के अंतर-धार्मिक संवाद के लिए बनी पोटिफिकल काउंसिल के सदस्य।
3. वेटिकन वित्त सतर्कता आयोग के सदस्य भी रहे।
4. झारखंड बिशप्स और मेजर सुपीरियर फोरम के अध्यक्ष।
5. क्षेत्रीय बिशप परिषद के अध्यक्ष।
6. बिशप फ्रेंड्स ऑफ फोकोलारे मूवमेंट के सदस्य।
7. संत अल्बर्ट कॉलेज धर्मशास्त्र संकाय के चांसलर भी थे।
8. 7 अक्टूबर 1978 को उन्हें दुमका का बिशप बनाया गया।
9. 7 अगस्त 1985 को रांची महाधर्मप्रांत की जिम्मेवारी मिली।
10. 21 अक्टूबर 2003 को उन्हें कार्डिनल बनाया गया।
11. 33 साल तक रांची के आर्चबिशप के रूप में अपनी सेवा दी।

About

The church is the oldest Roman Catholic church located in the center of the Ranchi town. It has just celebrated the centenary.

चर्च एक सौ साल पुराना है। चर्च के विशालतम स्वरूप को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसके डिजाइन करने के समय उन लोगों ने कलीसिया के निश्चित विस्तार की है परिकल्पना की थी।

Mass Timing

Sunday

  • 1st mass: 5:00am
  • 2nd mass: 6:30am
  • 3rd mass: 8:00am
  • 4th mass: 5:00pm

Week days

  • 1st mass: 5:30am
  • 2nd mass: 6:15am
  • 3rd mass: 7:00am

Mass Intentions

  • (1) 17/05/2024 First Mass ― स्व॰ जोवाकिम ओसगा, रहिल, सुशील, मारकुस, मगदली ओसगा एवं शोधकाग्नि की सभी आत्माओं की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा आकृत ओसगा की ओर से।

  • (2) 17/05/2024 First Mass ― स्व॰ सनी प्रदीप कच्छप, मरियम तिग्गा, फा॰ संजू मुकूल कच्छप, सेलेस्टीन कच्छप एवं शोधकाग्नि की सभी आत्माओं की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा बेनेदिक्त ओसगा की ओर से।

  • (3) 17/05/2024 First Mass ― स्व॰ नूतन विनीता कुजूर, इग्नासिया तिग्गा एवं परिवार के सभी मृत प्रियजनों की आत्माओं की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा एन॰ कुजूर कोनका सिरोम टोली की ओर से।

  • (4) 17/05/2024 First Mass ― बेटे के जीवन में ईश्वर से प्राप्त सभी वरदानों के लिए धन्यवाद देने, माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा उनके भावी जीवन में, उनके अच्छे स्वस्थ पर ईश्वर की आशिष एवं कृपा बनी रहें, उनके रूके हुए कार्यों में छुटकारा मिलें मां मरियम का संरक्षण में अच्छे ख्रीस्तीय जीवन जी सके पवित्र मिस्सा एक माँ की ओर से।

  • (5) 17/05/2024 First Mass ― स्व॰ सिस्टर इमिलिया तिर्की की आत्मा की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा लुर्द प्रकाश भवन कुम्हार टोली की धर्मबहनों की ओर से।

  • (1) 17/05/2024 Second Mass ― स्व॰ नूतन विनीता कुजूर, इग्नासिया तिग्गा एवं परिवार के सभी मृत प्रियजनों की आत्माओं की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा एन॰ कुजूर कोनका सिरोम टोली की ओर से।

  • (2) 17/05/2024 Second Mass ― स्व॰ मागं्रेट तिग्गा की आत्मा की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा दिव्या मिंज फतिमा नगर आइडियल लेन की ओर से।

  • (3) 17/05/2024 Second Mass ― स्व॰ रेजिना लकड़ा की आत्मा की अनन्त शांति के लिए एवं दुखित परिवार वालों को ईश्वर सांत्वना एवं दिलासा प्रदान करे पवित्र मिस्सा लकड़ा परिवार के बेटे बेटियों पत्थलकुदवा बेक रोड की ओर से।

  • (4) 17/05/2024 Second Mass ― बेनजामिन और एलिस के स्वस्थ्य-ंउचयलाभ एवं शरीरिक और मानसिक शांति के लिए और घर में ईश्वर की आशी-ुनवजया और मृत विश्वासीयों की आत्माओं शांति के लिए पवित्र मिस्सा तिग्गा परिवार लालपुर की ओर से।

  • (1) 17/05/2024 Third Mass ― स्व॰ नूतन विनीता कुजूर, इग्नासिया तिग्गा एवं परिवार के सभी मृत प्रियजनों की आत्माओं की अनन्त शांति के लिए पवित्र मिस्सा एन॰ कुजूर कोनका सिरोम टोली की ओर से।

  • (2) 17/05/2024 Third Mass ― स्व॰ निशान्त अलोइस तिग्गा, फबियानुस तिग्गा, जोन संतोष एक्का, जुनस एक्का एवं पीटर शांति कुजूर, की आत्माओं की अनंत शांति के लिए पवित्र मिस्सा इग्नासिया एक्का नामकुम कोचा टोली की ओर से।

  • (3) 17/05/2024 Third Mass ― सभी मृत धर्म समाजी पुरोहितों एवं धर्मबहनों तथा शोधकाग्नि की आत्माओं की अननत शांति के लिए पवित्र मिस्सा इग्नासिया एक्का नामकुम कोचा टोली की ओर से।

  • (4) 17/05/2024 Third Mass ― ईश्वर से मिले सभी कृपादानों एवं वरदानों के लिए ईश्वर को धन्यवाद देने और आगेे भी परिवार में ईश्वर की विशेष आशिष एवं कृपा बनी रहे पवित्र मिस्सा तिग्गा परिवार फतिमा नगर आइडियल लेन की ओर से।

  • (5) 17/05/2024 Third Mass ― स्व॰ प्रभु सहाय जोन के पुण्यतिथि पर ईश्वर उनके पाप दोष गुनाहों को क्षमा कर र्स्वग राज्य में अनन्त शांति प्रदान करें पवित्र मिस्सा कच्छप परिवार कुम्हार टोली की ओर से।

  • (6) 17/05/2024 Third Mass ― स्व॰ जेम्स लकड़ा, जोन लकड़ा और सुलेमान तिग्गा आत्माओं शांति के लिए पवित्र मिस्सा तिग्गा परिवार लालपुर की ओर से।

  • (7) 17/05/2024 Third Mass ― माता मरिया की मध्यस्थता द्वारा बेटी की परीक्षा के समय पवित्र आत्मा का सामर्थ्य प्राप्त हो और वह अच्छी तरह से तैयारी करने के लिए प्रज्ञा, बुद्वि और बल प्राप्त हो तिग्गा परिवार कुम्हार टोली की ओर से।

Church History

St. Mary’s Cathedral Ranchi: 1909-Till Date

St. Mary's Cathedral is the first Church of the Centuries-Old history of this tribal town Ranchi, in the Chota-Nagpur Plateau area. Catholics and Christian faithful working as Tea tribes in Tea Estates this area, Railway along with the farmers were the early community of the Church.

History

Christian Missionaries serving among the people made thatched sheds on the hillock near the market and Kallada River. One of the thatched sheds used as Church during 1866 was the first Church of Ranchi established by the Roman Catholic missionaries. The Church was named after 'Mother of Good Counsel'(St. Mary) and liturgies of the Church were in Latin. St. Mary's Church was built in 1909 and remodelled with concrete structure during 25 May 1927. Belgian Carmelite missionaries were the First Fathers of Punalur and of places around Punalur. During the Second World War the First Fathers had to go back, entrusting the church work to the diocesan clergy of Quilon (Kollam). Ranchi Diocese was separated from the Diocese of Quilon (Kollam) and created into a separate unit by the Bull “Verba Christ” of Pope John Paul II, issued on 21 December 1985. St Mary's Cathedral complex is located on north of Ranchi railway on Dr Camil Bulke Path (Purulia Road).

St. Mary’s Cathedral Ranchi has been blessed by God with a number of faithful in its territory; which is dedicated to “Our Lady of the Immaculate Conception. Since 1869, when the first Belgian Jesuit, Fr. Augustus Stockman reached to Chaibasa, a new light has been shining for all the Adivasi people in this area and a small seed has been sown. The zeal and the abnegation of intrepid missionaries like Fr. Constant Lievens S.J., the charity and the dedication of courageous religious like Irish Loreto Sisters, the Daughter of St. Anne, The Ursuline Sisters of Tildonk, have kept this light alive and making it more and more bright. The seed too has grown up and have become a big tree with so many branches, where now birds have a peaceful refuge. Nowadays, people of Jharkhand can recognize “Christ through the Gospel values of Justice, Peace, and Love” proclaimed by these missionaries. Thanks and praise to God for the Sun and the Rain showered in His field in Chotanagpur area!

St. Mary’s Cathedral of Ranchi has already testified the great evangelization work of these servants of Gospel, which was founded by Archbishop Brais Muelman on 20th May 1906; and solemn blessing was implored by Rev. Hart, Bishop of Dhaka- Bangladesh on 3rd October 1909. Since then remarkably it has completed its centenary Jubilee on 4th October 2009. The fact that St. Mary’s Cathedral Ranchi has become today a matter of pride and praise. But more laudable is the fact that it has been blessed with thousands and thousands baptized, with so many religious vocations and with a conspicuous local clergy, which enabled it to be a vast Archdiocese. We have 22,108 Catholic faithful from 16 Units/ villages within our parish. Thanks and Praise to God for the graces generously showered upon his people. In order to have the better spiritual renewal and enhancement of the missionary and evangelization work, the parish presbytery has become very old residence for the priests residing here. We are 6 priests at present in Ranchi Parish. We conduct various pastoral activities such as- administering the regular Sacrament to the faithful, giving Holy Communion to the sick, catechism for the small children, organizing social work, seminars for the Youth, Catholic Sabha and Mahila Sangh etc. in a parish level. In course of time, we lack the basic facilities for our priests for residing here. The presbytery needs to be renovated because its materials are falling down every day. I hope that this matter could be considered as urgent solution.

Imploring the God’s blessings upon you through the intercession of Our Lady of the Immaculate Conception by joining with Parish Priest, Priests and the faithful looking forward for your merciful help and support to us.

  • 1. 22/10/2023
    Confirmation ढृढ़ीकरण संस्कार

  • 2. 26/11/2023
    Christ the King feast ख्रीस्त राजा पर्व

  • 3. 03/12/2023
    Advent begins आगमन शुरू

  • 4. 10/12/2023
    Parish Day  पाल्ली दिवस के उपलक्ष में बहुत सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जल्द ही समय सारणी प्रसारित की जाएगी।

  • 5. 25/12/2023
    Christmas ख्रीस्त जन्म पर्व

संदेश

ख्रीस्त में मेरे प्यारे पल्ली वासियों,

जय येसु !

हम लोगों ने अपने चर्च, जहां हम सब मिलकर ईश्वर की आराधना उपासना करते हैं और जहां हम सब ईश्वर की महिमा में इकट्ठा होते हैं, को संवारने सजाने का काम बखूबी लगातार करते रहें हैं। इसमें आप सभी पल्ली वासियों का सहयोग काफी सराहनीय रहा है।

इंटरनेट के इस युग में मै चर्च को ऑनलाइन करने के लिए लगातार चर्च के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श कर रहा हूं कि कैसे अपने पल्ली के कार्यकलापों को ऑनलाइन किया जा सके और इसके माध्यम से कैसे समुचित लाभ उठाया जा सके। इस दिशा में पहले कदम के तौर पर हम अपने पल्ली के लिए वेबसाइट लॉन्च कर रहे हैं। इस वेबसाइट के माध्यम से बहुत सारे पल्ली से संबंधित सूचनाओं, आयोजनों तथा मिस्सा के मतलबों को ऑनलाइन आप तक समय से प्रसारित करने का प्रावधान है। मुझे उम्मीद है कि आप सब इस वेबसाइट और इसके बाद आने वाले पल्ली के कार्यकलापों से संबंधित ऑनलाइन सिस्टम से जरूर लाभान्वित होंगे। भविष्य में आप इन ऑनलाइन सिस्टमों के माध्यम से अपने साकरामेंत से संबंधित सर्टिफिकेट्स को भी ऑनलाइन डाउनलोड करने में सक्षम होंगे।

ख्रीस्त में आपका,

फादर आनन्द डेविड खलखो,
पल्ली पुरोहित,
संत मरिया महागिरजाघर, रांची।

Rev. Felix Toppo

Archbishop

मेरी आज्ञा यह है- जिस प्रकार से मैंने तुम लोगों को प्यार किया है, उसी प्रकार से तुम भी एक दूसरे को प्यार करो। इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं कि कोई अपने मित्र के लिए अपने प्राण अर्पित कर दे। यदि तुम लोग मेरी आज्ञाओं का पालन करते हो, तो मेरे मित्रों हो। संत योहन 15 : 12 - 14

Rev. Theodore Mascarenhas

Bishop

मैं न केवल उनके लिए विनती करता हूं, बल्कि उनके लिए भी, जो उनकी शिक्षा सुनकर मुझ में विश्वास करेंगे। सब के सब एक हो जाएं। पिता! जिस तरह तू मुझ में है और मैं तुझ में हूं, हम एक हो जाएं, जिससे संसार यह विश्वास करेतूने मुझे भेजा। योहन 17 : 20 - 21

Fr. Anand David Xalxo

Parish Priest

प्रभु! मेरे होंठ खोल दे और मेरा कंठ तेरा गुणगान करेगा। तू बलिदान से प्रसन्न नहीं होता। यदि मैं होम चढ़ाता, तो तू उसे अस्वीकार करता। मेरा पश्चाताप ही मेरा बलिदान होगा। तू पश्चतापी दीन-हीन हृदय का तिरस्कार नहीं करेगा। स्तोत्र ग्रंथ 51 : 17 - 19

Fr. George Minj

Assistant Parish Priest

ईसा ने उससे कहा, "अपने प्रभु अपने ईश्वर को अपने सारे हृदय, अपनी सारी आत्मा और अपनी सारी बुद्धि से प्यार करो। यह सबसे बड़ी और पहली आज्ञा है। दूसरी आज्ञा इसी के सदृश्य है-अपने पड़ोसी को अपने समान प्यार करो। इन्हीं दो आज्ञाओं पर समस्त संहिता और नबियों की शिक्षा अवलंबित है।" संत मत्ती 22 : 37 - 39

Fr. Robin Praful Toppo

Assistant Parish Priest

मैं दाखलता हूं और तुम मेरी डालियां हो। जो मुझ में रहता है और जिसमें मैं रहता हूं, वही बहुत फलता है; क्योंकि मुझसे अलग रहकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते। संत योहन 15 : 5

Fr. Anjelus Ekka

Assistant Parish Priest

ईश्वर प्रेम है। स्तोत्र 103

Fr. Deepak Bara

Assistant Parish Priest

तुम लोगों ने सुना है कि कहा गया है- अपने पड़ोसी से प्रेम करो और अपने बैरी से बैर। परंतु मैं तुमसे कहता हूं- अपने शत्रुओं से प्रेम करो और जो तुम पर अत्याचार करते हैं, उनके लिए प्रार्थना करो। इससे तुम अपने स्वर्गीय पिता की संतान बन जाओगे; क्योंकि वह भले और बुरे दोनों पर अपना सूर्य उगाता तथा धर्मी और अधर्मी दोनों पर पानी बरसाता है। यदि तुम उन्हीं से प्रेम करते हो, जो तुमसे प्रेम करते हैं, तो पुरस्कार का दावा कैसे कर सकते हो? क्या नाकेदार ऐसा नहीं करते? और यदि तुम अपने भाइयों को ही नमस्कार करते हो, तो क्या बड़ा काम करते हो? क्या गैर यहूदी भी ऐसा नहीं करते? इसलिए तुम पूर्ण बनो, जैसे तुम्हारा स्वर्गीय पिता पूर्ण है। संत मत्ती 5 : 43 - 48

Fr. Deacon Bipin Topno

Assistant Parish Priest

जो ईश्वर की इच्छा पूरी करता है, वही है मेरा भाई, मेरी बहन और मेरी माता। संत मारकुस 3 : 35